Ledgers क्या है ? what is ledger in tally

क्या आप आज भी Manual Accounting करते है या फिर (Tally ERP 9) Software का Use करते है, क्या आप जानते है की Tally Me Ledgers Kya Hai, और हम  Tally Me Ledgers Kaise Banate Hai? और Ledgers को कैसे   Alter मतलब ( Modification) करते है, और इन ledgers को कैसे Display करते है मतलब की आप उस ledger को कैसे देख सकते है। और जो ledgers Create किए है उन Ledgers को हम कैसे Delete कर सकते है.इन सभी के बारे मे आज मैं आपको जानकारी दूगा। 

क्या आप जानते है की tally मे हम इन Ledgers को किस Groups मे रखते है, एक सवाल आपके मन मे जरूर से आता होगा की आखिर इन Ledgers का Use क्या है? आज के इस आर्टिक्ल मे मई आपके सभी सवालो के जवाब देने वाला हु और Ledger Creation से जुड़ी सभी आपको इस आर्टिक्ल मे मिलेगी तो आइये जानते है। 

Ledgers क्या है ? what is ledger in tally

Tally मे  Groups Create करने के बाद हमे Ledgers बनाने पड़ते है. Ledgers Means Account(खाता) होता है , जो की हमे Tally मे खोलना होता है, modern अकाउंटिंग की भाषा मे इसको हम ledger create करना भी कहते  है, मतलब की साफ शब्दो मे कहा जाए तो Account (खाता) खोलने को ही हम ledger बनाना कहते है। 

देखा जाए तो ledger एक तरह का अकाउंट होता है , जिसकी मदद से हम टैली मे Voucher Entry करते है। आपके लिए ये जानना बहुत ही जरूरी है की Tally मे  Entry करने से पहले आपको Ledger Create करना होता है। 

Tally ERP 9 Software मे  (2 Ledgers) Automatic बने हुये होते है (Cash And Profit& Loss Ka ). इन Ledgers की ही मदद से हम  Tally Me Entry को बहुत ही आसानी के साथ कर सकते है क्यूकी ये आप भी जानते है की बिना  Ledger Create किए बिना आप Entry को Post नहीं कर सकते है।

Tally Me Ledger Banana? how to create ledger in tally erp 9

Tally मे  Ledgers बनाने के लिए आपको कुछ Steps को Follow जरूर से करना होगा, आइये जानते है। tally ledger entry example

FIRST STEP: Ledger को बनाने के लिए सबसे पहले आप Gateway Of Tally मे  Accounts Info मे जाए फिर आप  Ledgers Par पर जाकर Click करे यहा आपको Create  का Option दिखाई देगा बस आप उस पर क्लिक करे create Ledger. process

NEXT STEP: Create Option मे Click करने के बाद आपके सामने Name का Option दिखाई देगा, बस आप उस Name के Option मे जाए और जो भी Ledger आपको बनाना है उसका पूरा नाम लिखे, Suppose हमको Computer Ka Ledger Create करना है तो हम उस बॉक्स मे Computer शब्द लिखेगे।   computer ledger

NEXT STEP: Alias के Option मे हम कोई ( उपनाम) उस Ledger का दे सकते है जिसकी मदद से हम उस Ledger को बहुत ही आसानी के साथ Access कर सकते है क्यूकी Tally मे  हमारे पास काफी सारे Ledgers होते है तो उन सब मे किसी एक Particular ledger को खोजना काफी जादा मुश्किल होता है। इसलिए हम कोई उपनाम उस ledger का दे सकते है, जिस से जब हम एंट्री करे तो उस उपनाम की मदद से हु उस particular ledger को आसानी से access कर सके। 

यहा मैंने एक Computer नाम का जो Ledger Create किया था उसमे Alias Name मे हमने Co उसका एक उपनाम दिया था, जिसकी मदद से हम उसे जल्दी से access कर सके। computer alias

NEXT STEP: Under के Option मे हम एक  Group को Select करेगे,  Jaisकी हम जानते है की हर एक Ledgers का Tally मे अलग एक Nature define किया गया है जिसकी वजह से वो Ledger उसी तरह से काम करता है, अगर हम Group को गलत सिलैक्ट करेगे तो वो Ledger का effect गलत तरह से पड़ेगा हमारी बैलेन्स शीट पर इसलिए आप हमेशा सही Group का चुनाव करे, Ledger को बनाते समय। 

Example:- हमने जो Computer का ledgerबनाया है उसको हम Fixed Asset के ग्रुप मे रखेगे क्यूकी हम जानते है की computer हमारी एक Asset मतलब की संपति है इसलिए इसको हम Fixed Asset के Group मे ही रखेगे। computer group fixed asset

NEXT STEP: Mailing Details मे हम उस Ledger का नाम लिखेगे, और अगर कोई पता होगा तो उसको भी लिखेगे, उसके बाद जो country होगी उसको select करेगे, पिन कोड को select करेगे और फिरहाल आप अभी Provide Bank Details के Option को No ही रखेगे, क्यूकी अपने according जब Ledger बनाएगे उसके अनुसार बैंक डिटेल्स को भरेगे जहा हमको जरूरत होगी। PAN/IT No को भी अभी हम No ही रखेगे, जब जैसी जरूरत पड़ेगी उसके अनुसार हम इसको Yes/No करेगे।  all details ledger

NEXT STEP: opening balance मे हम उस Ledger का जो भी opening balance होगा, वो जरूर से भरेगे, जैसे की हमने जो Computer का Ledger बनाया था उसको opening balance 1000 rs था, अगर आपके Ledger का कोई opening balance नहीं हो तो उसको आप नहीं भरेगे।   opening balance अब आपने इस Procedure के जरिये Tally मे Ledger Create करना आसानी से सीख लिया होगा।

Single और Multi Ledger Create In Tally ERP 9:

Single Ledger वो होते है जो एक साथ केवल एक ही Ledger हम Tally मे Create कर सकते है, जैसा की मैंने आपको   ऊपर बताया है वो Single Ledger है। 

Multi-Ledger वो होते है जिनहे हम एक साथ  Hotकई सारे Ledger को एक ही समय मे आसानी से Create कर सकते  Kar Sakte Hain है और सबसे बड़ी बात की Multi Ledger Create करने से ये फायदा है की आप एक साथ काफी सारे ledgers को बना सकते है और अपनी अकाउंटिंग एंट्री को तेजी से कर सकते है। 

आइये Screenshort से समझे की Single और Multi-ledgers आखिर क्या है? 

Single Ledger Creation:

Single ledger

Multi-Ledger Creation:

Multi-Ledger Create करने के लिए पहले आपको Create के  Option मे जाना होगा,और उसके बाद आप Under Group मे जाकर All Items को select करेगे उसके बाद आप नीचे की तरफ आएगे। और जो भी ledgers को create करना है, उस ledger का नाम लिखेगे और under मे Group को select करेगे, क्यूकी वो Ledger जिस भी Group मे आता है उसको ही Select करेगे और अगर आपका कोई Opening Balance होगा तो उसको भी  Fill कर देगे. तो इसकी प्रकार आप एक साथ काफी सारे Ledgers को बहुत ही आसानी साथ Create कर सकते है।

 एक Example के लिए मैंने यहा पर आपको  Sundry Creditor, Sundry Debtor, Fixed Assets, Duties, And Tax Etc से Related multi Ledgers को Createकिया है।  Multi ledger

Create, Display और Alter Options का क्या उपयोग है? आइये जाने।

  1. Create: Create Option की मदद से हम ledger को आसानी से Create Kar सकते है। 

  2. Display: Display Option की मदद से हम उस Create किए हुये Ledger को बहुत ही आसानी के साथ देख सकते है। 

  3. Alter: Alter Option की मदद से हम Ledgers Modify कर सकते है मतलब की हम उस Ledger को Edit कर सकते कर सकते है और ledger को आसानी के साथ Delete भी कर सकते है। 

 

Tally मे Ledger को कैसे Alter (Modify) करे :-

Ledger को Alter मतलब की Edit करने के लिए हम Accounts Info मे Ledger मे Alter Option Par जाकर Click करेगे फिर उसके बाद हमे उस Ledger मे जो भी Alteration करना है , हम बहुत ही आसानी के साथ कर सकते है। 

Tally मे Ledger को कैसे Delete करे :-

Ledger को  Delete करने  के लिए भी हमे Alter के ही Option मे जाकर अपने कीबोर्ड से (Alt+D) Press करेगे तो वो Ledger आसानी से Delete हो जाएगा । 

Tally मे Ledger को कैसे Display करे :-

Tally मे बनाए हुये Ledger को दखने के लिए भी हमे Display के Option मे जाना होगा और जिस भी Ledger को दखना है  उसे Select करना होगा, जैसे ही आप Ledger को सेलेक्ट करेगे,आपको वो ledger आसानी से दिख जाएगा। 

Tally Me Predefine Ledgers:-

Tally मे आपको कई सारे Predefine Ledgers की List  यहा पर आपको दखने को मिलती है, जो की कुछ इस तरह से है।  list of ledgers in tally

Various Types tally Ledgers under the list

Group List files:- 

इस Group List मे मैंने आपको ये बताया है की कौन से Ledger को किस Group के Under मे Create किया जाता है, कृपया इसको ध्यान से पढे और समझे। 

Freight Outword

Indirect Expenses

Fuel & Power Of Factory

Direct Expenses

Furniture & Fitting

Fixed assets

Gas & Water

Direct Expenses

General Expenses

Indirect Expenses

General Reserve

Current Liabilities

Godown Rent

Indirect Expenses

Goods Sent On Consignment

Sales Accounts

Goodwill 

Fixed Assets

Horse & Cars

Fixed Assets

House Rent

Capital Account

Import Duty

Direct Expenses

Income From Repair

Indirect incomes

Income on Assets

Indirect incomes

Income on Investment

Indirect incomes

Income Tax

Capital Account

Insurance

Indirect Expenses

Insurance Claim

Indirect incomes

Insurance Company

Sundry Debtors

Interest(Dr)

Indirect Expenses

Interest On capital

Indirect Expenses

Interest On Drawing

Indirect Incomes

Interest On Loan

Indirect Expenses

Interest Received

Indirect incomes

Investment On Gov Bond

Investment

Investment

Investment

labour Charges

Indirect Expenses

Loan & Building

Fixed assets

Lease Hold Building

Fixed assets

Legal Expenses

Indirect Expenses

LIC Premium (Dr)

Capital Account

LIC Refund (Cr)

Capital Account

Life Insurance

Capital Account

Loss By Damage

Indirect Expenses

Loss By Fire

Indirect Expenses

Loss On Assets

Indirect Expenses

Machine & Tools

Fixed assets

Machine Repair

Fixed assets

Manufacturing Expenses

Direct Expenses

Master Plus

Investment

Miscellaneous Expenses

Indirect Expenses

Miscellaneous Incomes

Indirect incomes

Motor Cycle

Fixed Assets

Motorcycle Repair

Indirect Expenses

Mutual Fund

Investment

Office Expenses

Indirect Expenses

Oil

Direct Expenses

Opening Stock

Stock in Hand

Outstanding Exp

Current Liabilities

Packing Exp

Indirect Expenses

Personal Exp

Capital Account

Petrol Exp

Indirect Expenses

Postage & Telegram

Indirect Expenses

Power & Fuel

Direct Expenses

Prepaid Exp

Current Assets

Production Wages

Direct Expenses

Provision on office Exp

Current Liabilities

Purchase 

Purchase Account

Purchase on New land

Fixed assets

Purchase On Raw material 

Purchase Account

Purchase return 

Purchase Account

railway Authority

Sundry Debtors

Rent

Indirect Expenses

Rent on Purchase

Direct Expenses

Rent Payable

Current Liabilities

Rent Received

Indirect incomes

Repair Charges Received

Indirect incomes

Return Inword

Sales Accounts

Return Outword 

Purchase Account

Salary

Indirect Expenses

Salary & Wages

Indirect Expenses

Salary payable

Current Liabilities

Scooter

Fixed assets

Shares & Bonds

Investment

Shop

Fixed assets

Shop Exp

Indirect Expenses

Shop Rent

Indirect Expenses

Showroom

Fixed assets

wages

Direct Expenses

Bank Loan

Loan & Liabilities

 

Some Important Ledgers List:-

मैं यहा आपको कुछ Ledgers के Screenshot दे रहा हु , मैं उम्मीद करता हु की आपको अब Ledgers को Createकरने मे काफी आसानी होगी, आप इसकी मदद से ledger को बना सकेगे।

Sale Ledger

sales ledger

 

Purchase Ledger

purchase ledger

Round Off Ledger

round off ledger

Sundry Creditor Ledger

sundry creditor ledger

Sundry Debtor Ledger

sundry debtors ledger

Salary & Wages Ledger

salary & Wages

GST Tax Ledgers

CGST Ledger SGST Ledger

Discount Ledgers

discount ledger

Expense Ledgers

expenses ledger

Freight Ledgers

frieght ledger

Fixed Assets Ledgers

fixed assets ledger

Bank Ledgers

bank account ledger

Bank Charges Ledgers

bank charges ledgers

Repair & Maintenance Ledgers

repair & Maintain Ledgers

 

 


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